डॉक्टर शिवानी ने बताया कि नए कानून में पेपर वर्क बहुत हो गया है। जरा सी चूक बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती है। नियम के खिलाफ सरोगेसी पाए जाने पर 10 लाख रुपये का जुर्माना और 5 साल की सजा है। ऐसे में आने वाले समय में इस पर व्यापक असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि 25 जनवरी से इस नए नियम को लागू करने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी तक इसके लिए बोर्ड का गठन भी नहीं हुआ है। जिनका इलाज पहले से चल रहा है, उनके लिए परेशानी हो सकती है। उन्होंने कहा कि बड़े लोग बाहर में जाकर इस सुविधा का फायदा उठाएंगे लेकिन गरीबों की परेशानी बढ़ गई है।
Comments
Post a Comment